कवि भगवती लाल व्यास को बिहारी पुरूस्कार 2015 के लिए चुना गया
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता डॉ व्यास को राजस्थानी कविताओं के अपने संकलन “ कथा सुन आवे है सबद” के लिए इस पुरस्कार के लिए चुना गया था।
• उन्होंने कई छोटी कहानियों और कविताओं का निर्माण किया है .उनके कई प्रशंसनिय कामों में निरुत्तर (1977) , फुटपाथ पर चिड़िया नाचती है (1984) और सूरज लीलती घाटियाँ शामिल हैं।
• उनका जन्म राजस्थान के राज समंद जिले के गांव गिलुण्ड में 10 जुलाई 1941 को पैदा हुआ था।
• वो राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में अध्यापक और आर एन टी कॉलेज के प्रधानाचार्य के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
• बिहारी पुरस्कार 1991 के.के बिड़ला फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया था
• यह पुरस्कार राजस्थानी या हिंदी में साहित्यिक कृतियों में पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित राजस्थानी लेखकों के लिए एक वार्षिक आधार पर दिया जाता है।
• पुरस्कार में 1 लाख रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका का समावेश होता है .