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आईएनएएस 300 में भारतीय नौसेना के सी-हैरियर विमान की विदाई

गोवा में आयोजित एक समारोह में भारतीय नौसेना एयर स्क्वायड्रन (आईएनएएस 300) के सी-हैरियर विमानों को विदाई दी गई. उसके स्थान पर  मिग-29के लड़ाकू विमान शामिल किए गए हैं.
•    आईएनएएस 300 ने 33 वर्षों तक भारतीय नौसेना को अपनी सेवाएं दी.
•    6 दशक पहले आईएएनएस 300 ब्राउड्री में इसे कमीशन किया गया 
•    दो दशकों तक उल्लेखनीय सेवा के बाद 1983 में स्क्वायड्रन को सी-हैरियर के साथ लगाया गया.
•    इस विमान का स्थान मिग-29 के से लैस नए स्क्वायड्रन ने लिया है.
•    एडमिरल आर.के. धोवन ने देश की रक्षा में स्क्वायड्रन द्वारा निभाई गई भूमिका
•    बैटन मिग-29के स्क्वायड्रन को सौंपा.
•    मिग-29के स्क्वायड्रन ने सबसे कम समय में आईएनएस विक्रमादित्य के साथ लड़ाकूओं का एकीकरण किया.
•    समारोह में आईएनएएस 300 की गौरवशाली परंपरा के अनुसार पुराने की जगह नए के स्थान लेने का संकेत प्रदान किया गया.
•    वायु प्रदर्शन के बाद परंपरागत रूप से सी-हैरियर वासिंग डाउन कार्यक्रम हुआ.
•    एडमिरल आर.के. धोवन ने इस अवसर पर फस्ट डे कवर जारी किया.

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अमेरिकी नौसेना ने सी हंटर का परीक्षण किया

2 मई 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका की नौ सेना ने सैन डियागो में दुनिया की सबसे बड़ी मानवरहित सतह पोत, सी हंटर का परीक्षण किया.
•    यह स्व–चालित 132 फुट लंबा जहाज छुपे हुए पनडुब्बियों और पानी के भीतर बने खदानों की खोज के लिए 10000 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है.
•    पेंटागन की अनुसंधान शाखा, डिफेंस एडवान्स्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (डीएआरपीए) ने इस जहाज को वर्जिनिया के लीयोडोस (Leidos) के साथ मिल कर बनाया है 
•    जहाज में डीजल के दो इंजन लगे हैं और यह अपनी गति 27 नॉट्स प्रति घंटे तक बढ़ा सकता है.
•    यह 132 फीट–लंबा (40 मीटर) बिना शस्त्र वाला प्रोटोटाइप जहाज है 
•    जहाज का दो वर्षों तक परीक्षण किया जाएगा. 
•    इसमें समुद्र में संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों  सत्यापन किया जाएगा.
•    अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि दूसरे पोतों से बचने के लिए यह रडार और कैमरों का प्रयोग कर सकता है.
•    यह गूगल के स्व–चालित कार के समकक्ष नौसैनिक है.

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अपतटीय गश्ती पोत आईसीजीएस शौर्य का लोकार्पण

गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) ने 5 मई 2016 को वास्को में भारतीय तटरक्षक जहाज (आईसीजीएस) शौर्य का लोकार्पण किया. 
•    तटरक्षक श्रृंखला छह का यह पांचवां अपतटीय गश्ती पोत है. इसे भारतीय तटरक्षक बल ने इसका निर्माण वास्को स्थित रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम में किया. उन्नत किस्म के इस ओपीवी का गोवा के राज्यपाल ने लोकार्पण किया. समुद्री परीक्षण के बाद मृदुला सिन्हा ने तटरक्षक बल को समर्पित किया. 
•    यह पोत 23 समुद्री मील की गति से दौड़ करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 6000 समुद्री मील तक है.
•    इसे एकीकृत मशीनरी नियंत्रण प्रणाली और एकीकृत पुल प्रणाली की तरह राज्य के अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित किया जाएगा.
•    नई पीढ़ी के इस ओपीवी में दो डीजल इंजन संचालित है.
•    यह पोत पार्टी संचालन हेतु बोर्डिंग के लिए चार नावों को एक साथ लेकर जा सकता है.
•    इसमे 30 मिमी की बंदूक और दो 12.7 मिमी की बंदूक अग्नि नियंत्रण प्रणाली के साथ सचालित हैं.
•    देश में ही डिजाइन किया गया यह जहाज खोज और बचाव अभियान, प्रदूषण नियंत्रण और बाहरी अग्निशमन में सक्षम है.
•    इसे सागर निगरानी के लिए और संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा.

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वाइस एडमिरल सुनील लाम्बा नौसेना अध्यक्ष नियुक्त

वर्तमान फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (एफओसी-इन-सी) वाईस एडमिरल सुनील लाम्बा को 5 मई 2016 को भारतीय नौसेना के अगले अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया. वे 31 मई 2016 को 23वें नौसेना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे.
सुनील लाम्बा वर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल रोबिन के. धोवान का स्थान लेंगे, वे 31 मई 2016 को सेवानिवृत हो रहे हैं.
•    वे भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में 1 जनवरी 1978 को भर्ती हुए.
•    उन्होंने अपने 38 वर्षों के कार्यकाल में विभिन्न पदों पर काम किया.
•    वे आईएनएस काकीनाडा, आईएनएस हिमगिरी एवं आईएनएस विराट की कमान संभाल चुके हैं.
•    पश्चिमी नौसेना की एफओसी-इन-सी कमान से पूर्व वे दक्षिणी एफओसी-इन-सी की कमान संभाल रहे थे.
•    उन्होंने नेविगेशन एवं डायरेकशन में पेशेवर कोर्स किया है.
•    उन्होंने इंग्लैंड में रॉयल कॉलेज ऑफ़ डिफेंस स्टडीज में अध्ययन किया.
•    17 जुलाई 1957 को जन्मे लांबा को परम विशिष्ट सवाल मेडल एवं अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.

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स्कॉर्पियन श्रेणी की पहली पनडुब्बी ‘कलवरी’ का सफल समुद्री परीक्षण

1 मई 2016 को भारतीय नौसेना ने स्कॉर्पियन श्रेणी की पहली पनडुब्बी ‘कलवरी’ का सफल समुद्री परीक्षण किया. 
•    इस पनडुब्बी को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड मुंबई (एमडीएल) में बनाया गया है 
•    यह स्वदेश निर्मित पनडुब्बी है.
•    अपनी पहली समुद्री परीक्षण के दौरान पनडुब्बी ‘कलवरी’ करीब 1000 घंटे तक समुद्र में तैरती रही. 
•    इस दौरान प्रोपल्शन प्रणाली, सहायक उपकरण एवं प्रणालियों, नेवीगेशन सहायता, संचार उपकरण और स्टीयरिंग गियर के कई प्रारंभिक परीक्षण किए गए. 
•     ‘कलवरी’ पनडुब्बियों के इस नए वर्ग के लिए विभिन्न मानक संचालन प्रक्रिया भी रक्षा मंत्रालय द्वारा मंजूर की गई हैं.
•    माना जा रहा है की इस पनडुब्बी के आ जाने के बाद भारतीय नौसेना की समुंदरी ताकत बढ़ेगी 
इस अवसर पर उपस्थिति गणमान्य व्यक्तियों में भारत रत्न प्रो सीएनआर राव और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया भी शामिल थे। 

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बीएसएफ सबसे लंबा और ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लगाएगी

राष्ट्रीय सीमा सुरक्षा बल ने 2017 की जनवरी तक अटारी-बाघा संयुक्त चेक पोस्ट पर सबसे लंबा और ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लगाएगी 

इसे  पाकिस्तान के लाहौर और भारत के अमृतसर से भी देखा जा सकेगा। 
•    भारत-पाकिस्तान सीमा से दोनों शहर करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। 
•    झंडे की ऊंचाई करीब‍ 350 फीट होगी।
•    बीसएफ मशहूर रिट्रीट सेरेमनी वाली जगह के करीब बने विजिटर्स गैलरी का विस्ताार करने की योजना बना रहा है। 
•    झंडा लगाने की योजना उसी पहल का हिस्साा है। 
•    वर्तमान में सबसे ऊंचा राष्ट्री य झंडा झारखंड के रांची में है। इसकी ऊंचाई करीब 293 फीट है। जनवरी में इस झंडे को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने फहराया था। 
•    इससे पहले सबसे ऊंचे झंडे का रिकॉर्ड फरीदाबाद शहर के पास था। यहां 250 फीट की ऊंचाई पर झंडा लगा है।
•    सीमा पर झंडे को लगाने के लिए एक प्ले टफॉर्म बनाया जाएगा। इसके आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे।

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भारतीय नौसेना के वीर और निपट सेवानिवृत हुए

 

1971 वॉर के दौरान हुए ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत पाकिस्तान की कमर तोड़ने वाले आईएनएस वीर और निपत गुरुवार को सेवा निवृत्त हो गये  हैं। 
•    दोनों युद्धपोत 22वें किलर्स स्क्वॉड्रन के गौरवशाली विरासत के उत्तराधिकारी हैं। आईएनएस वीर ने 29 और निपत ने 28 वर्ष की कमीशंड सेवा पूरी की है। 
•    आईएनएस वीर और निपत शुरू में ओएसए श्रेणी की मिसाइल बोट के रूप में भारतीय नौसेना में कार्यरत रहे। 
•    आईएनएस वीर और निपत को 100 नौसैनिक व 7 अधिकारियों द्वारा चलाया जाता है।
•    दोनों युद्धपोत को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि ये अधिकतम 42नॉटिकल मील (समुद्री मील) की रफ्तार से समुद्र में चल सकती हैं।
•    इनमें चार शक्तिशाली गैस टरबाइन इंजन हैं। 
•    दोनों पोत सतह से सतह पर हमला करने वाली 4 गाइडेड मिसाइल से लैस रहती हैं।
•    इसके अलावा इनमें एक मध्यम रेंज की एंटी-एयरक्राफ्ट गन एके-176, दो क्लोज रेंज की एके-630 गन, लघु क्षमता वाले हथियार और रडार भी लगे हुए हैं।

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BSF ने भारत -पाक सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए लगाई लेजर दीवारें

भारत-पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय सीमा से होकर बहने वाली झरझरा नदी और दूसरे दुर्गम स्थानों से घुसपैठ रोकने और निगरानी बढ़ाने के लिए बीएसएफ ने एक दर्जन लेजर दीवारों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
•    मुताबिक घुसपैठ का पता लगाने वाली इंफ्रा रेड लेजर बीम प्रणाली वाली आठ दीवारों को पंजाब के पास अंतराष्ट्रीय सीमा पर अतिसंवेदनशील जगहों पर लगाया गया है ।
•    लेजर वॉल को बीएसएफ ही मॉनिटर करेगी जो कि जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा करती है।
•    इन लेजर की दीवारों को लगाने का फैसला बीएसएफ ने दो साल पहले लिया था ।
•    पठानकोट हमले के बाद से बीएसएफ बॉर्डर की सुरक्षा को लेकर और ज्यादा चौकस हो गई है।
•    हालाँकि पक्सितन भारत के इस कदम से खुश नहीं है और उसने इसे युद्धनीति का एक हिस्सा करार दिया है . 
•    जी सीमावर्ती क्षेत्रों में जाना संभव नहीं है हर उस जगह पर लेज़र से बॉर्डर को सील कर दिया जाएगा 

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लक्षद्वीप में नौसेना डीटैच्मन्ट का उद्घाटन

लक्षद्वीप के एंद्रोध द्वीप में नौसेना डीटैच्मन्ट का 26 अप्रैल 2016 को उद्घाटन हुआ. दक्षिणी नौसेना कमांड के फ्लैग कमांडिंग- इन- चीफ के वाइस एडमिरल गिरीश लुथरा ने इसका उद्घाटन किया.
•    एंद्रोध द्वीप में इस नौसेना डीटैच्मन्ट की स्थाकपना, नौसना की मौजूदगी के साथ मुख्य6 भूभाग के साथ संपर्क नेटवर्क प्रदान करेगा, रडार निगरानी के साथ ही सामुद्रिक लेन संचार(एसएलआसी) निगरानी तथा इसे एक स्वितंत्र संस्थामन के रूप में कार्य में सक्षम करेगा. 
•    इस डीटैच्मन्ट के अफसर-इन चार्ज ले.कमोडोर अनगोम बी सिंह होंगे जो नवल अफसर- इन-चार्ज (लक्षद्वीप और मिनीकॉय द्वीप) के तहत काम करेंगे. 
•    एल एंड एम के सभी दलों और एजेंसिंयों के समर्थन के कारण इस डीटैच्मन्ट की स्थानपाना समय पर हो सकी.
•    विदित हो कि अरब सागर में लक्षद्वीप और मिनीकॉय द्वीप सामरिक महत्वर के स्थाडन हैं. इन द्वीपों के पास से कई शिपिंग लेन गुजरती हैं. 
•    एंद्रोध द्वीप में नौसेना डीटैच्मन्ट (एनवीडीईटी) की स्था पना नौसेना की निगरानी की क्षमता को बढ़ाएगा जिससे सामुद्रिक सुरक्षा और स्थिरता बढ़ेगी.

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भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफैंट-2016’ मंगोलिया में शुरू

भारत और मंगोलिया के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए 11वां भारत-मंगोलिया संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास 'नोमैडिक एि‍लफेंट-2016’ मंगोलिया में 25 अप्रैल 2016 को शुरू हुआ. यह अभ्या‍स 8 मई 2016 तक चलेगा.
इस अभ्या‍स का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत बगावती और आतंकवादी माहौल के मुकाबले के लिए दोनों देश की सेना के बीच तालमेल और अंतर-संचालकाता का विकास करना है.
• कुमाऊं रेजीमेंट का एक प्लाटून दो पर्यवेक्षकों के साथ इस अभ्यास में भाग लेगा.
• मंगोलियाई सेना की ओर से इस अभ्यास में कुल 60 सैन्यकर्मी हिस्सा लेंगे.
• यह अभ्यास विशेष रूप से आंतकवादी और बगावती माहौल के मुकाबले के साथ 48 घंटे के खुले संयुक्त अभ्यास के साथ संपन्न होगा.
• भारतीय दल बगावत और आंतकवाद के खिलाफ मुकाबले के अपने व्यावहारिक अनुभव क्लास रूम लेक्चर और बाहरी अभ्यास द्वारा साझा करेगा.
• इसके अलावा, दोनों दल दो सप्ताह तक सैन्य‍ प्रशिक्षण के साथ ही बिना शस्त्र के मुकाबले की तकनीक तथा विभिन्न तरह के खेलकूद के कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
वर्ष 2004 में पहली बार भारत और मंगोलिया के बीच संयुक्त अभ्यास नोमेडिक एलीफैंट का आयोजन किया गया था. पिछले कुछ सालो से ये संयुक्त ड्रिल्स हर साल संचालित किए जा रहे है.

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