चक्रवात रोनू उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र से टकराया
रोनू तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश तटीय इलाकों में बारिश हो रही है।
• नेल्लोर में तेज हवा और भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
• तटीय इलाकों में बिजली की आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। तूफान से निपटने के लिए एनडीआरएफ की चार टीमों को रवाना कर दिया गया है।
• राज्य सरकार का कहना है कि आपदा प्रबंधन टीम किसी भी हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रोनू तूफान की वजह से उड़ीसा के तटीय इलाके प्रभावित हुए हैं।मौसम विभाग के मुताबिक तूफान की रफ्तार में आज शाम तक इजाफा हो सकता है।
• तटीय इलाकों में फिलहाल 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं।
• साइक्लोन रोनू में मौजूद हवाओं की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे है।
• अगले 12 से 24 घंटों में इसके भीतर घूम रही हवाओं की रफ्तार बढ़कर 95 से 105 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी। और साइक्लोन रोनू सिवियर साइक्लोन स्टॉर्म की कैटेगरी में आ जाएग।
• मौसम विभाग ने उत्तरी तमिलनाडु और पुड्डुचेरी के तटीय इलाकों में अगले 24 घंटे तक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है.
• यहां भी लोगों को अगले 24 घंटे तक समंदर के किनारे न जाने की सलाह दी गई है। इसके बाद साइक्लोन रोनू बांग्लादेश की तरफ मुड़ना शुरू कर देगा।
• मौसम विभाग के मुताबिक 21 मई की रात से रोनू तूफान की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे रह जाएगी।