वाशिंगटन डीसी में परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन 2016 संपन्न
1 अप्रैल 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डीसी के वॉल्टर ई. वाशिंगटन कंवेंशन सेंटर में परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन 2016 समाप्त हो गया.
• सम्मेलन का चौथा संस्करण 31 मार्च 2016 को शुरु हुआ था. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन परमाणु ऊर्जा संस्थान (एनईआई) ने किया था.
• इस शिखर सम्मेलन में दुनिया के 50 से भी अधिक नेताओं से हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इनमें से एक थे. शिखर सम्मेलन में विश्व के नेताओं ने परमाणु भंडार को कम करने और सक्रिय तत्वों के आतंकवादियों के हाथों में जाने से रोकने की प्रतिज्ञा ली.
• आतंकवादियों के हाथ में परमाणु हथियारों का जाना भयावह साबित हो सकता है.रुस, उत्तर कोरिया, ईरान और बेलारुस के नेता या प्रतिनिधि शिखर सम्मेलन में उपस्थित नहीं थे.
• एनएसएस 2016 की प्रमुख घोषणाएं
• कजाकिस्तान और पोलैंड समेत कई देश अपने उच्च संवर्धित यूरेनियम भंडार को कम करने पर सहमत हुए.
• जापान अमेरिका के लिए अलग से प्लूटोनियम उपलब्ध कराएगा.
• परमाणु सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कनाडा ने 42 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने का वादा किया.
• अमेरिका ने बताया कि 1990 के दशक में उसके पास 741 मिट्रिक टन उच्च संवर्धित यूरेनियम था जो कि 2013 में घट कर 586 मिट्रिक टन रह गया है.
• अमेरिका के अनुसार 2014 में हुए आखिरी शिखर सम्मेलन के बाद से 10 देशों ने करीब 450 किलोग्राम उच्च संवर्धित यूरेनियम को या तो हटा दिया है या नष्ट कर दिया है.
• अर्जेंटिना, स्विट्जरलैंड और उजबेकिस्तान के पास अब पूरे लैटिन अमेरिका और कैरेबिया के जैसा उच्च संवर्धित यूरेनियम नहीं है.
• परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन एक विश्व शिखर सम्मेलन है जिसका उद्देश्य दुनिया को परमाणु आतंकवाद से बचाना है.
• एनएसएस की उत्पत्ति 2009 में चेक गणराज्य के पैराग्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दिए गए भाषण में निहित है. अपने इस भाषण में राष्ट्रपति ओबामा ने परमाणु सुरक्षा आर्किटेक्चर बनाने का आह्वाहन किया था ताकि परमाणु आतंकवाद के खतरे को रोका जा सके.
• पहला शिखर सम्मेलन अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. में 12 से 13 अप्रैल 2010 को आयोजित किया गया था.
• दूसरा शिखर सम्मेलन दक्षिण कोरिया के सिओल में 2012 में आयोजित हुआ था.
• तीसरा शिखर सम्मेलन नीदरलैंड्स के द हेग में 24 और 25 मार्च 2014 को आयोजित किया गया था.





