दो दिन के महिला विधायक के राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
महिला और बाल विकास मंत्री रमशिला साहू के नेतृत्व में 5 मार्च 2016 को छत्तीसगढ़ की सभी महिला विधायकों ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में महिला विधायकों के लिए आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया।
• इनमें विधायक चंपा देवी पावले, केराबाई मनहर, डॉ. रेणु जोगी, रूपकुमारी चौधरी, अनिला भेड़िआ, सरोजनी बंजारे, तेज कुंवर गोवर्धन नेताम और देवती कर्मा शामिल हैं।
• सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया। सम्मेलन को छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशिला साहू ने भी संबोधित किया।
• मंत्री रमशिला साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाएं सदा ही सशक्त रही हैं। हमारे राज्य में पर्दा प्रथा और भू्रण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयां नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में स्त्री-पुरूष अनुपात लगभग बराबर है। प्रदेश के आर्थिक विकास और कृषि क्षेत्र में भी महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है।
• इस अवसर पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सहित देशभर की विधानसभाओं की महिला विधायकों की मौजूदगी उल्लेखनीय रही।
• राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के 73वें एवं 74वें संशोधन के माध्यम से स्थानीय निकायों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया गया, जिससे आज 12.7 लाख महिला जनप्रतिनिधि पंचायतों, नगर निकायों में प्रभावी भूमिका निभा रहीं हैं।
• कई राज्यों ने महिला आरक्षण 50 प्रतिशत भी किया है, जिससे आज स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी 43.56 प्रतिशत हो गयी है।
• महिलाओं का संसद में 12 प्रतिशत, विधानसभाओं में नौ प्रतिशत और विधानपरिषदों में छह प्रतिशत प्रतिनिधित्व है। संसदीय समितियों में भी यही हाल है। वित्तीय मामलों की तीन समितियों के कुल 74 सदस्यों में से केवल दो महिलायें हैं।





