भारत की सुपरट्रेन टैल्गो का किया गया ट्रायल
स्पेन निर्मित टैलगो ट्रेन का भारत में पहला ट्रायल बरेली-मुरादाबाद रेल मार्ग पर किया गया।
• इसके लिए स्पेन से 5 टेलगो कम्पार्टमेंट बरेली के इज्जत नगर वर्कशॉप पहुंचे थे। साथ ही स्पेन के रेलवे कर्मियों का स्टाफ भी बरेली पहुंचा ।
• टैलगो ट्रेन का पहला ट्रायल 115 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया गया। टैलगो ट्रेन का अगला ट्रायल मथुरा-पलवल और दिल्ली-मुंबई रूट पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होगा।
• इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 200 से 250 किलोमीटर तक है। साथ ही इस ट्रेन को चलाने में 30 प्रतिशत कम ऊर्जा की खपत होती है ।
• बता दें कि परीक्षण खाली डिब्बों और उसके बाद उन्हें रेत की बोरियों से भरकर किया जाएगा। जांच दल परीक्षण के दौरान डिब्बों में रहेगा।
• टैलगो डिब्बों का वजन कम होता है और उन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वो गति कम किए बिना भी घुमावदार पटरियों पर चल सकते हैं।
• नौ डिब्बों वाले टैलगो ट्रेन में दो एक्जीक्यूटिव क्लास कार, चार चेयर कार, एक कैफेटेरिया और एक पावर कार और एक कर्मचारियों के लिए टेल-एंड कोच और उपकरण होंगे।
• बरेली और मुरादाबाद के बीच 90 किलोमीटर लंबे खंड पर परीक्षण दो सप्ताह तक चलेगा।
• इसके बाद इसका परीक्षण मथुरा और पलवल के बीच राजधानी ट्रेन के मार्ग पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 40 दिनों तक किया जाएगा।
• तीसरा परीक्षण दिल्ली और मुंबई के बीच दो सप्ताह तक चलेगा।