केंद्र सरकार ने दिव्यांग लोगों के लिए समावेशी और सुगम्यता सूचकांक प्रारंभ किया
केंद्र ने 30 मार्च 2016 को अपने अग्रणी ‘सुगम्य भारत अभियान’ के तहत ‘समावेशी और सुगम्यता सूचकांक’ प्रारंभ किया.
• इसका प्रारंभ शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उपशमन और संसदीय कार्यमंत्री एम. वेंकैया नायडू ने एक समारोह में किया.
• यह सूचकांक भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल (फिक्की) के सहयोग से तैयार किया गया है.
• समावेशी और सुगम्यता सूचकांक से सुगम्य भारत अभियान में उद्योगों तथा कॉरपोरेट को शामिल होने में सहायता मिलेगी.
• उद्योग और कॉरपोरेट स्वेच्छा से कार्यस्थल को दिव्यांग लोगों के लिए सुगम्य बनाने के लिए अपनी तैयारियों का मूल्यांकन करेगा.
• इस अभियान से दिव्यांग लोगों के प्रति लोगो का सोच और मानसिकता बदलेगा और भारत सरकार के “सबका साथ, सबका विकास” का लक्ष्य पूरा हो सकेगा.
• समावेशी सुगम्यता सूचकांक मे उन्हें कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा ताकि वे अपनी क्षमता का अधिकतम उपयोग कर सकें.
• इस अभियान का बल तीन बातों- वातावरण बनाने, सार्वजनिक परिवहन तथा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी पर है.
• समावेशी और सुगम्यता सूचकांक देश में अपने किस्म की प्रथम पहल है और यह दिव्यांग लोगों को समाज की मुख्य धारा में लाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा.





