Kapil Dev inducted into Legends Club’s Hall of Fame
Former Indian skipper Kapil Dev on 17 January 2017 was inducted into Legends Club 'Hall of Fame' in Mumbai, Maharashtra.
● Dev was inducted in presence of former captains Sunil Gavaskar, Nari Contractor and Ajit Wadekar at the Cricket Club of India.
● Madhav Apte, President of the Legends Club and the former Indian cricketer, presented the honour to Kapil Dev.
● Kapil Dev captained the Indian cricket team that won the Cricket World Cup in 1983.
● He is considered as one of the greatest all-rounders of all time.
● In 2002, Wisden named him as the Indian Cricketer of the Century.
● Between October 1999 and August 2000, he served as India's national cricket coach.
● During the 1980s, he developed a fine inswinging yorker, which he used against tail-enders.
● He was nicknamed as The Haryana Hurricane.
● He held the world record for the most number of wickets taken in Test cricket. The record was broken by Courtney Walsh in 2000.
र्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव को मुंबई में 17 जनवरी 2017 को लेजेंड्स क्लब हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किया गया. इस अवसर पर पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावसकर एवं अजीत वाडेकर भी शामिल थे. लेजेंड्स क्लब के अध्यक्ष एवं पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी माधव आप्टे ने कपिल देव को यह सम्मान प्रदान किया. कपिल देव द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी के दौरान वर्ष 1983 में विश्व कप जीता.
उन्हें अब तक के सबसे महान ऑल राउंडर खिलाड़ियों में गिना जाता है. वर्ष 2002 में विज़डन द्वारा उन्हें सदी का भारतीय क्रिकेटर बताया गया. अक्टूबर 1999 से अगस्त 2000 तक वे भारत की राष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में कार्यरत रहे.
• 1980 के दशक में उन्होंने इन्स्विंगिंग यॉर्कर का विकास किया.
• उन्हें हरियाणा हरिकेन के नाम से भी जाना जाता है.
• टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड उन्ही के नाम दर्ज था लेकिन वर्ष 2000 में कर्टनी वॉल्श द्वारा उनका रिकॉर्ड तोड़ा गया.
• उन्होंने भारत की ओर से अब तक सबसे अधिक टेस्ट विकेट लिए हैं.
• कपिल देव ने वर्ष 1994 में सन्यास लेने की घोषणा की.
• क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने गोल्फ खेलना आरंभ किया. उन्होंने वर्ष 2000 में लौरियस फाउंडेशन की स्थापना की.
• उन्हें 8 मार्च 2010 में आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किया गया.
• वर्ष 1979-80 में उन्हें अर्जुन अवार्ड प्रदान किया गया.
• वर्ष 1982 में उन्हें पदम् श्री तथा 1991 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया.