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ग्लोबल पीस इंडेक्स में भारत 141वें स्थान


ग्लोबल पीस इंडेक्स में भारत को बुरुंडी, बुर्किना फासो और सर्बिया जैसे देशों से भी कम शांति वाला देश बताया गया है। 
•    लिस्ट में इस साल भारत 141वें स्थान पर है। ग्लोबल इंस्टीट्यूट ‘इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी ) ने यह स्टडी की है।
•    पिछले साल से भारत की रैंकिंग में दो नंबर का सुधार हुआ है, इसके बावजूद देश की शांति के स्तर में गिरावट बताई गई है। 
•    भारत की रैंकिंग में सुधार दूसरे देशों के प्रदर्शन में और गिरावट आने से हुआ है। 
•    इसके अनुसार, भारत में 2015 में हिंसक गतिविधियों के कारण अर्थव्यवस्था को 680 अरब डॉलर (करीब 4,521 हजार करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ।
•    लिस्ट में कुल 163 देश हैं। दक्षिण एशियाई देशों में भूटान सबसे शांत है। वैश्विक स्तर पर वह 13वीं पायदान पर है। 
•    दक्षिण एशिया की सूची में भारत के बाद सबसे अशांत पाकिस्तान है। वह 153वें स्थान पर है। 
•    अफगानिस्तान 160वें स्थान पर है। विश्व स्तर पर हिंसा से निपटने के लिए दुनिया की कुल जीडीपी का 13.3 फीसदी हिस्सा खर्च किया गया है।
•    सबसे शांत पांच देश
1-आइसलैंड 
2- डेनमार्क 
3- ऑस्ट्रिया 
4- न्यूजीलैंड 
5- पुर्तगाल
•    सबसे अशांत पांच देश
1-सीरिया 
2- दक्षिण सूडान 
3- इराक 
4- अफगानिस्तान 
5- सोमालिया

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थाईलैंड माँ से बच्चे को एड्स से बचाने में सफल होने वाला एशिया का पहला देश बना

एशिया में थाईलैंड पहला देश बन गया है, जिसने एड्स पीड़ित मां से रोग का वाइरस बच्चे में जाने से रोकने में सफलता पाई है। 
•    इसी देश ने सिफिलिस बीमारी को भी आगे की पीढ़ी में बढ़ने से रोकने में सफलता पाई है।
•    यह घोषणा करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे जानलेवा बीमारी से लड़ाई में अहम सफलता बताया। 
•    थाईलैंड एशिया के सर्वाधिक एड्स प्रभावित देशों में से एक है।
•    थाईलैंड ने यह सफलता पीड़ित मां के लगातार टीकाकरण और वाइरस के बच्चे में जाने से रोकने के लिए तमाम प्रयास के बाद पाई है। 
•    बेलारूस और आर्मेनिया ने भी एड्स वाइरस को नई पीढ़ी से जाने में रोकने में सफलता पाई है। 
•    दोनों देशों में एचआइवी पीड़ित लोगों की संख्या बहुत कम है।
•    डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार क्यूबा अकेला देश है, जिसने मां से बच्चे में इस बीमारी को जाने से रोकने में सफलता पाई है। 
•    मां के एड्स होने की स्थिति में उसके बच्चे को यह बीमारी होने की 15 से लेकर 45 फीसद तक आशंका होती है। 
•    बच्चे को यह बीमारी जन्म से और मां के दुग्धपान से भी हो सकती है।

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सबसे ज्यादा तेल के दोहन में भारत दुनियाभर तीसरे स्थान पर

जापान को पछाड़कर भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश बन गया है। 
•    ‘बीपी स्टेटिस्टिकल रिव्यू ऑफ वर्ल्ड एनर्जी’ के अनुसार भारत की तेल मांग 2015 में 8.1 प्रतिशत बढ़ी।
•    इसके अनुसार 41 लाख बैरल प्रतिदिन मांग के साथ भारत तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश बन गया है। 
•    साल 2015 में विश्व तेल खपत में भारत का हिस्सा 4.5 प्रतिशत रहा। 
•    तेल खपत के लिहाज से अमेरिका पहले जबकि चीन दूसरे स्थान पर है। 
•    1990 के दशक में चीन में तेल की खपत उतनी थी जितनी आज भारत की है। 
•    1999 में चीन की अर्थव्यवस्था अभी के 10 खरब डॉलर का दसवां हिस्सा थी और शंघाई जैसे प्रमुख शहरों की सड़कों पर साइकिल, टैक्सी और बसों की भीड़ रहती थी। 
•    इससे अगले 17 वर्षों में चीन की अर्थव्यवस्था 7वें पायदान से दूसरे स्थान पर पहुंच गई। 
•    वाहन बिक्री बढ़ी और तेल की मांग लगभग उसके बाद से तीन गुनाअधिक हो गई। भारत भी उसी राह पर है।

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वायरस (मैलवेयर) के मामले में पाक सबसे ऊपर

पाकिस्तान के कंप्यूटर्स खतरनाक वायरस की गिरफ्त में हैं। विश्व की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की एक स्टडी में यह संभावना व्यक्त की गई है कि एशियाई देशों में 10 में से कम से कम 4 कंप्यूटर मालवेयर की गिरफ्त में आ चुके हैं। 
•    इन देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर पाकिस्तान का नाम है। 
•    मालवेयर इन्फेक्शन इन्डेक्स 2016 की लिस्ट में इंडिया 8वें नंबर पर है।
•    मालवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो आपके कंप्यूटर के लिए खतरनाक साब‌ित हो सकता है। 
•    इस सॉफ्टवेयर को हैकर्स कंप्यूटर से पर्सनल डेटा चोरी करने के लिए डिजाइन करते हैं। 
•    मालवेयर आपकी निजी फाइलों तक पहुंचकर उन्हें दूसरी किसी डिवाइस में ट्रांसफर कर सकता है। 
•    इसके जरिए हैकर्स आपकी सूचनाएं, फोटो, विडियो, बैंक या अकाउंट से जुड़ी जानकारियां चुरा सकते हैं। 
•    इस इंडेक्स में सबसे ज्यादा पाए गए टॉप 3 मालवेयर्स हैं, गामारू, पील्स और स्कीया। 
•    विश्वभर के 5 सबसे ज्यादा मालवेयर इन्फेक्शन की गिरफ्त में आए देशों में से 4 एशियाई देश हैं, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और नेपाल। 

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गुड कंट्री इंडेक्स में भारत 70वें नंबर पर

दुनिया के अच्छे देशों की रिपोर्ट में भारत को 70 वें नंबर पर रखा गया है। द गुड कंट्री इंडेक्स की लिस्ट में दुनिया के 163 देशों को शामिल किया गया। स्वीडन को आधिकारिक रूप से दुनिया का सबसे अच्छा देश बताया गया है। 
•    दुनिया में रहने वाले लोगों के लिए उनके देश अच्छे बनें और लोगों को समस्त मूलभूत सुविधाएं मिलने के साथ उनका जीवन स्तर सुधरे इस विचार के साथ द गुड कंट्री सर्वे किया गया। इस लिस्ट को तैयार करने के लिए 163 देशों का विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक योगदान जांचा-परखा गया। 
•    इनमें साइंस ऐंड टेक्नॉलजी, कल्चर, इंटरनैशनल पीस ऐंड सिक्यॉरिटी, वर्ल्ड ऑर्डर, प्लैनेट ऐंड क्लाइमेट, प्रॉसपेरिटी ऐंड इक्वैलिटी और हेल्थ ऐंड वेलबींग जैसे सात क्षेत्र शामिल हैं। लिस्ट में टॉप टेन मुल्कों में कोई भी एशियाई देश शामिल नहीं है। 
•    भारत जमैका और घाना जैसे अफ्रीकी देशों से भी पिछे है। 
•    भारत कल्चर के मामले में 119वें नंबर पर है। हेल्थ और वेलबींग के मामले में भारत की स्थिति बेहतर है। 
•    अगर प्रमुख एशियाई मुल्कों की बात करें तो जापान 19वें, रिपब्लिक ऑफ कोरिया 31वें, मॉरीशस 33वें, इस्राइल 42वें, मलेशिया 46वें, थाइलैंड 57वें, कतर 58वें, यूएई 64वें, चीन 67वें और भारत 70वें स्थान पर है। 
•    इस सूची में अमेरिका 21वें, श्रीलंका 85वें, पाकिस्तान 117वें और बांग्लादेश 121वें स्थान पर है

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अच्छे देशों 2015 की सूची में स्वीडन सबसे उपर

 

दुनिया के अच्छे देशों की ताजा सूची में भारत 70वें नंबर पर है। 
•    जबकि स्वीडन इस सूची में सबसे ऊपर है। ‘द गुड कंट्री इंडेक्स-2015’ नामक सूची में दुनिया के 163 देशों को शामिल किया गया है। 
•    इसमें भारत का नंबर 70 है जबकि स्वीडन को आधिकारिक रूप से दुनिया का सबसे अच्छा देश का दर्जा मिला है।
•    किसी मुल्क में मिलने वाली मूलभूत सुविधाएं, लोगों का जीवन स्तर आदि को ध्यान में रखते हुए ‘द गुड कंट्री सर्वे’ किया गया। 
•    सूची को तैयार करने के लिए 163 देशों के विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक योगदान को परखा गया। 
•    इनमें विज्ञान एवं तकनीक, संस्कृति, इंटरनेशनल पीस एंड सिक्योरिटी, वर्ल्ड ऑर्डर, प्लैनेट एंड क्लाइमेट, ऐश्वर्य और समानता, सेहत जैसे विषयों को शामिल किया गया।
•    कुल 35 मानकों के आधार पर किए गए सर्वे के मुताबिक दुनिया के 163 सबसे अच्छे देशों की सूची तैयार की गई। मजे की बात की टॉप टेन देशों की सूची में कोई भी एशियाई देश शामिल नहीं है।
•    बेहतीन देश
•    1 स्वीडन   2 डेनमार्क
•    3 नीदरलैंड   4 यूनाइटेड किंगडम
•    5 जर्मनी   6 फिनलैंड
•    7 कनाडा   8 फ्रांस
•    9 ऑस्ट्रिया   10 न्यूजीलैंड
•    19वें नंबर है सर्वे में जापान जो एशियाई देशों में ऊपर है
•    21वें स्थान पर है अमेरिका, 85वें स्थान पर श्रीलंका
•    27वें स्थान पर है इस सर्वे में चीन
•    117वें स्थान पर पड़ोसी देश पाकिस्तान

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फ्रांस में शराब की थीम पर पार्क

फ्रांस ने आखिकार शराब की थीम पर एक पार्क बना दिया है। 
•    यह बोर्डो, फ्रांस के सबसे प्रसिद्ध शराब बनाने वाले क्षेत्रों में से एक में स्थित है, और 1 जून 2016 को खोला गया 
•    इस थीम पार्क में कोई रोलर कोस्टर हैं, लेकिन शराब की थीम पर आधारित पूल की अपनी खासियत है 
•    ला तलब डु विन एक आश्चर्यजनक संरचनात्मक रेस्तरां है।
•    कोई लंगड़ा मकई कुत्तों और अत्यधिक कीमतों पर बेचा तहत नमकीन प्रेट्ज़ेल हो जाएगा।
•    थीम पार्क में प्रवेश की कीमत प्रति वयस्क लगभग $ 22 से शुरू होता है।
•    फ़्रान्स पश्चिम यूरोप में स्थित एक देश है किन्तु इसका कुछ भूभाग संसार के अन्य भागों में भी हैं। 
•    पेरिस इसकी राजधानी है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है। 
•    क्षेत्रफल की दृष्टि से यह यूरोप महाद्वीप का सबसे बड़ा देश है, जो उत्तर में बेल्जियम, लक्सेंबर्ग, पूर्व में जर्मनी, स्विट्सरलैंड, इटली, दक्षिण-पश्चिम में स्पेन, पश्चिम में ऐटलैंटिक सागर, दक्षिण में भूमध्यसागर तथा उत्तर पश्चिम में इंगलिश चैनल द्वारा घिरा है। 
•    इस प्रकार यह तीन ओर सागरों से घिरा है। 

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दुनिया की सबसे लम्बी रेल सुरंग स्विट्ज़रलैंड में खुली

दुनिया की सबसे लंबी और गहरी रेल सुरंग का बुधवार को इनॉगरेशन हो गया। इसे बनाने में करीब दो दशक लगे। 57 किमी लंबी ये गोटहार्ड बेस सुरंग स्विट्जरलैंड के यूरी के सेंट्रल कैंटन के अर्स्टफेल्ड से शुरू होकर सदर्न टिसिनो कैंटन के बोडियो तक चलेगी। इससे ज्यूरिख से नॉर्थ इटली के मिलान के बीच अब दो घंटे 40 मिनट का समय लगेगा। इस ट्रैक से रोजाना 300 से ज्यादा ट्रेनें गुजरेंगी। 
•    इस रेल सुरंग की लंबाई 57 किमी है।
•    इससे रोजाना 260 मालगाड़ियां और 65 पैसेंजर ट्रेनें गुजरेंगी।
•    इन ट्रैक पर ट्रेन 200 किमी/घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी। इस सुरंग में दिसंबर तक सर्विसेस शुरू हो जाएंगी।
•    यह सुरंग सी लेवल से 550 मीटर ऊपर और स्विट्जरलैंड के सबसे ऊंचे माउंटेन क्रेस्ट से 2300 मीटर नीचे है।
•    यह सुरंग आल्प्स पहाड़ों के 2.3 किमी नीचे बनी है।
•    पहाड़ों के ऊपर का तापमान जीरो डिग्री और सुरंग के अंदर 46 डिग्री रहता है।
•    सुरंग के ट्रैक के स्लैब को बनाने के लिए 125 मजदूरों ने 43800 घंटों तक काम किया।
•    ज्यूरिख से नॉर्थ इटली के मिलान के बीच अब 2 घंटे चालीस मिनट का समय लगेगा। यह पहले के मुकाबले एक घंटे कम होगा।
•    इस सुरंग को 2600 लोगों ने 17 साल तक लगातार काम कर करके बनाया।
•    इस नए रेल ट्रैक को बनाने का मकसद रेल भाड़े को कम करना है।
•    इसके अलावा, इसमें से ज्यादा से ज्यादा भारी सामान ले जाया सकेगा। इससे रोड ट्रांसपोर्ट पर दबाव कम हो जाएगा। इससे पॉल्यूशन भी कम होगा।
•    स्विस फेडरल रेल सर्विस के मुताबिक, इस लाइन पर 9 हजार से 2020 तक 15 हजार पैसेंजर ट्रैवल करेंगे।
यूरोपियन यूनियन ट्रांसपोर्ट कमिश्नर वायलेटा बुल्क ने पिछले हफ्ते इस सुरंग को यूरोप के लिए 'गाडसेंड' बताया, जो रोटरडैम और एन्टर्प को एड्रियाटिक के पोर्ट से जोड़ेगी।
•    1947 में सबसे पहले स्विस इंजीनियर कार्ल एडवर्ड ग्रूनर ने इसकी पहली डिजाइन बनाई थी।
•    प्रोजेक्ट की बढ़ती गई कास्ट, प्रॉसेस में देरी और दूसरी परेशानियों की वजह से ये प्रोजेक्ट 1999 तक टलता गया।
•    तब से 17 साल में करीब 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से यह सुरंग बनी है।
•    इसे बनाने में इंजीनियर्स को करीब 73 तरह के रॉक्स को ब्लास्ट करना पड़ा। इसमें कई हार्ड ग्रेनाइट और कई सॉफ्ट थे।
28 मिलियन टन रॉक्स को टनल के निकाला गया। इसके कन्स्ट्रक्शन के दौरान 9 वर्कर्स की मौत हुई।
•    दिसंबर में इस रूट पर सर्विसेस शुरू हो जाएंगी। ज्यूरिख से उत्तरी इटली के मिलान के बीच दूरी कम हो जाएगी। यह सफर दो घंटे चालीस मिनट का हो जाएगा।
लोगों का करीब एक घंटे का समय बचेगा।
•    गोटहार्ड रेल सुरंग के इनॉगरेशन के बाद यह जापान की 53.9 किमी लंबी सीकान सुरंग को पीछे छोड़ देगी।
•    इंग्लैड और फ्रांस को जोड़ने वाली 50.5 किमी लंबी चैनल सुरंग अब तीसरे नंबर पर चली जाएगी।

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एलिस्टर कुक 10000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान एलिस्टर कुक 30 मई 2016 को टेस्ट मैचों में 10,000 रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने.
•    कुक की आयु 31 वर्ष 5 माह एवं 5 दिन है, उन्होंने यह उपलब्धि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के चौथे दिन नुवान प्रदीप की गेंद पर फ्लिक लगाकर हासिल की. यह उनका 128वां टेस्ट था.
•    कुक के नाबाद 47 रनों की बदौलत इंग्लैंड ने यह टेस्ट नौ विकेट से जीता.
•    इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम था, उन्होंने वर्ष 2005 में ईडन गार्डन में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए यह रिकॉर्ड बनाया था. उस समय सचिन की आयु 31 वर्ष 10 माह एवं 20 दिन थी.
•    टेस्ट मैचों में 10000 रन बनाने वाले खिलाड़ी
•    एलिस्टर कुक (इंग्लैंड): उन्होंने 30 मई 2016 को 31 वर्ष 5 माह एवं 5 दिन की आयु में यह रिकॉर्ड बनाया.
•    सचिन तेंडुलकर (भारत): उन्होंने 16 मार्च 2005 को 31 वर्ष 10 माह एवं 20 दिन की आयु में यह रिकॉर्ड बनाया.
•    जैक्स कालिस (दक्षिण अफ्रीका): उन्होंने 27 फरवरी 2009 को 33 वर्ष 4 माह 11 दिन में यह रिकॉर्ड बनाया.
•    रिकी पॉन्टिंग (ऑस्ट्रेलिया): उन्होंने 30 मई 2008 को 33 वर्ष 5 माह एवं 11 दिन की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया.
•    महेला जयवर्धने (श्रीलंका): उन्होंने 26 दिसम्बर 2011 को 34 वर्ष 6 माह एवं 29 दिनों में यह रिकॉर्ड बनाया.
•    कुक यह रिकॉर्ड बनाने वाले 12वें खिलाड़ी एवं दूसरे ओपनर हैं. उनसे पहले सचिन पहले ओपनर थे.
•    अन्य 10 खिलाड़ी हैं – एलेन बॉर्डर, ब्रेन लारा, राहुल द्रविड़, कुमार संगकारा, सुनील गावसकर, रिकी पॉन्टिंग, महेला जयवर्धने, जैक्स कालिस, शिवनारायण चन्द्रपॉल एवं स्टीव वॉ.

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24 × 7 'सभी के लिए पावर' बिजली देने के लिए हश्ताक्षर करनेवाला पहला केंद्र शासित राज्य बना लक्षद्वीप

लक्षद्वीप 24 × 7 'सभी के लिए पावर'  देने वाले दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने वाला पहला केंद्र शासित राज्य बना । 
•    भारत सरकार और लक्षद्वीप के प्रशासन के प्रतिनिधि ने पी के पुजारी, सचिव, विद्युत मंत्रालय की उपस्थिति में दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए ।
•    वर्तमान में, लक्षद्वीप के 10 द्वीपों को डीजल से ज्यादातर बिजली दी जा रही है 
•    कार्यक्रम 'सभी के लिए पावर' अँधेरे में फंसे घरों में रौशनी देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
•    लक्षद्वीप भारत के दक्षिण-पश्चिम में हिंद महासागर में स्थित एक भारतीय द्वीप-समूह है। इसकी राजधानी कवरत्ती है।

•    समस्त केन्द्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप सब से छोटा है। 
•    लक्षद्वीप द्वीप-समूह की उत्तपत्ति प्राचीनकाल में हुए ज्वालामुखीय विस्फोट से निकले लावा से हुई है। 
•    यह भारत की मुख्यभूमि से लगभग 300 कि॰मी॰ दूर पश्चिम दिशा में अरब सागर में अवस्थित है।
•    लक्षद्वीप द्वीप-समूह में कुल 36 द्वीप है परन्तु केवल 7 द्वीपों पर जनजीवन है। 
•    देशी पयर्टकों को 6 द्वीपों पर जाने की अनुमति है जबकि विदेशी पयर्टकों को केवल 2 द्वीपों (अगाती व बंगाराम) पर जाने की अनुमति है।

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