1 जनवरी 2017 से नेशनल हेल्पलाइन नंबर 112 पर इमरजेंसी कॉल
नेशनल हेल्पलाइन नंबर के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले इस इमरजेंसी नंबर 112 पर लोग सिमकार्ड, बैलेंस न होने या आउटगोइंग बार होने पर भी किसी इमरजेंसी सेवा के लिए कॉल मिला सकेंगे.
• केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने समस्त आपातसेवाओं के लिए अमेरिका की ही तरह सिंगल हेल्पलाइन नंबर के प्रावधान को मंजूरी दे दी. इसके साथ ही सरकार ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों से भी इमरजेंसी कॉल्स को 112 पर डायवर्ट करने के निर्देश दे दिए हैं.
• हर सेवा के लिए एक ही नंबर के रूप में 112 की खासियत यह है कि इसपर कॉल करने के बाद ऑपरेटर शिकायतकर्ता की कॉल को संबंधित विभाग की ओर डायवर्ट कर देगा.
• इस सेवा के जरिये हर कॉलर की लोकेशन कंट्रोल रूम को मिल जाएगी और यह जानकारी तत्काल यूजर के पास के सहायता केंद्र को भेज दी जाएगी.
• इस नंबर को पैनिक बटन सिस्टम में भी फीड किया जा सकेगा, जिससे कॉल न कर पाने की दशा में परेशानी से घिरे लोग एसएमएस के जरिये ही मदद पा सकेंगे.
• सूत्रों के मुताबिक 1 जनवरी 2017 से शुरू होने वाले इस नंबर के बाद धीरे-धीरे सभी मौजूदा आपातकालीन नंबरों को समाप्त कर दिया जाएगा.
• यह सेवा मोबाइल और लैंडलाइन दोनों के लिए उपलब्ध रहेगी और बैलेंस न होने, आउटगोइंग बार होने पर भी लोग कॉल मिला सकेंगे.