नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने 17 जून 2016 को एक्स-57 हाइब्रिड इलेक्ट्रिक रिसर्च विमान लॉन्च किया. इस विमान को ‘मैक्सवेल’ उपनाम दिया गया है.
•    इस विमान में प्रोपेलर के तौर पर 14 इलेक्ट्रिक मोटर लगी हैं तथा इसके पंख भी विशेष रूप से तैयार किये गये हैं. नासा इस विमान को नवीन प्रोपलज़न तकनीक के लिए प्रयोग करेगा.
•    इसका नाम 19वीं सदी के स्कॉटिश भौतिकी वैज्ञानिक जेम्स क्लर्क मैक्सवेल के नाम पर रखा गया. उन्होंने इलेक्ट्रो-मैगनेटिज्म में विशेष योगदान दिया.
•    एक कलाकार द्वारा तैयार डिजाईन में दिखाया गया है कि इसके पंखों में 14 इलेक्ट्रिक मोटर लगाई गयी हैं.
•    नासा के वैज्ञानिक मैक्सवेल द्वारा यह दर्शाएंगे कि किस प्रकार इलेक्ट्रिकन प्रोपलज़न द्वारा विमानों द्वारा होने वाले शोर को कम किया जा सकता है.
•    मैक्सवेल में केवल बैटरी द्वारा उर्जा प्रदान की जाएगी. इसमें कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है.
•    इससे यात्रियों के समय की बचत भी होगी क्योंकि इसमें प्रयोग होने वाले ईंधन (विद्युत्) के लिए जगह-जगह रुकना नहीं पड़ेगा. इससे उर्जा स्रोतों की भी बचत होगी.
•    नासा के इस प्रयोग से एक्स-57 से विमानन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है.
•    वर्ष 1947 में एक्स सीरीज़ का पहला विमान एक्स-1 लाया गया जो ध्वनि की गति से तेज़ था. 
•    इसके बाद एक्स-1 परियोजना से अमेरिका की सैन्य जरूरतों, औद्योगिक क्षमताओं और अनुसंधान सुविधाओं तथा युद्ध के उपरांत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सहायता प्राप्त हुई.