अंतरराष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख ने एथेंस में शरणार्थी शिविर एलिओन में प्रेस-सम्मलेन में यह घोषणा की है कि शरणार्थियों की 5-10 सदस्यों वाली टीम इस वर्ष रियो-दे-जनेरो में होने जा रहे ओलिम्पिक खेलों में भाग लेगी. मार्च-पास्ट में वह अंतरराष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति के झंडे तले और उसके गान की धुन पर भाग लेगी.
•    थॉमस बैच ने कहा कि शरणार्थियों का समर्थन करने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है. इन खिलाड़ियों की अपनी कोई ओलिम्पिक समिति नहीं है, जो इनकी मदद कर सके, अपना देश ये छोड़ चुके हैं, सो इनका कोई राष्ट्रीय ध्वज नहीं है, न ही राष्ट्र गान. 
•    शरणार्थी रियो में ओलिम्पिक खेलों में भाग ले सकेंगे. दूसरे खिलाड़ियों की ही तरह वे ओलिम्पिक गाँव में रहेंगे और खेलों में भाग लेंगे.
•    आईओसी ने बुधवार को कहा कि उसने 43 खिलाड़ियों को विश्व भर में फैले लाखों शरणार्थियों को शुभ संदेश देने के लिए रियो खेलों में शामिल करने का फैसला लिया है। 
•    आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 5-10 एथलीट एक टीम में होंगे जो कि टीम रिफ्यूजी ओलम्पिक एथलीट्स के नाम से खेलेगी। 
•    अंतिम टीम की घोषणा जून के अंत में की जाएगी। टीम अगस्त में होने वाले ओलम्पिक के उद्घाटन समारोह में मार्च करेगी। 
•    बाक ने कहा, "शरणर्थी टीम को रियो में शामिल कर हम विश्व भर में पहले शरणर्थियों के लिए एक अच्छा संदेश देना चाहते हैं।"