फ्रांसिस अर्नोल्ड मिलेनियम प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2016 से सम्मानित
फ्रांसिस अर्नोल्ड, डिक और केमिकल इंजीनियरिंग, जैव प्रौद्योगिकी और जैव रसायन विभाग के प्रोफेसर बारबरा डिकिंसन, को मिलेनियम प्रौद्योगिकी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
• मिलेनियम प्रौद्योगिकी पुरस्कार, लोगों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के क्षेत्र में प्रौद्योगिकीय नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है .
• इसकी पुरस्कार राशि होती है एक मिलियन यूरो (लगभग $ 1.1 मिलियन)
• ये दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है
• अर्नोल्ड ने 1979 में प्रिंसटन विश्वविद्यालय में मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
• उन्होंने 1985 में यूसी बर्कले से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
• वो कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परुस्कार पा चुकी हैं
• उन्हें सभी तीन शाखाओं के लिए चुने गए अकादमियों-नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (2000), चिकित्सा संस्थान (2004), और नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (2008) में राष्ट्रीय सम्मान हासिल है
• वह सभी तीन शाखाओं के लिए चुनी जाने वाली पहली महिला हैं।
• मिलेनियम प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्रौद्योगिकी अकादमी फिनलैंड द्वारा दिया जाता है
• ये "प्रौद्योगिकीय नवाचारों को एक स्थायी तरीके से लोगों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने” सम्बन्धी खोजों के लिए दिया जाता है
• अर्नोल्ड ये पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला है