पाकिस्तान के स्वात घाटी की एक महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता तबस्सुम अदनान को प्रतिष्ठित नेल्सन मंडेला पुरस्कार दिया गया है। 
•    वह नोबल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई के बाद वैश्विक पहचान हासिल करने वाली दूसरी महिला बन गयी हैं।
•    39 साल की तबस्सुम को कोलंबिया के बोगोटा में गुरुवार को नेल्सन मंडेला-ग्रेका माशेल इनोवेशन अवॉर्ड 2016 से सम्मानित किया गया। 
•    तबस्सुम को 25 से 28 अप्रैल के बीच आयोजित किए गए इंटरनैशनल सिविल सोसायटी वीक (आईसीएसडब्ल्यू) के आखिरी दिन व्यक्तिगत स्तर के सामाजिक कार्यकर्ता श्रेणी में पुरस्कार दिया गया। 
•    तबस्सुम की 13 साल की उम्र में शादी हो गयी थी। वह शादी के बाद घरेलू हिंसा की शिकार रहीं लेकिन 20 साल बाद उन्होंने अपने पति से तलाक लेकर इसका अंत कर दिया।
•    तबस्सुम ने ख्वेंदो जिरगा (बहनों की सभा) नाम का एक गैर सरकारी संगठन शुरू किया। 
•    यह महिलाएं ऑनर किलिंग, तेजाब हमले जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए साप्ताहिक रूप से मिलती हैं।