भारत की ‘‘रूट्स 2 रूट्स’’ दस वैश्विक ग्रासरूट संस्थाओं में शामिल है जिसने इस वर्ष का इंटरकल्चरल इनोवेशन पुरस्कार (आईआईए) जीता है। 
•    रूट्स 2 रूट्स को यह पुरस्कार उसके अनूठे स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए मिला है।
•    भारत और पाकिस्तान के स्कूली बच्चे लिखित, ऑडियो एवं विजुअल रिकॉर्डिंग के जरिये एक दूसरे के संपर्क में आते हैं और विभाजन से पहले का इतिहास साझा करते हैं, इस प्रकार एक दूसरे देश क संस्कृतियों को लेकर उनकी गलतफहमियां दूर की जाती हैं। 
•    इस कार्यक्रम से छात्रों को एक-दूसरे से सवाल पूछने का भी मौका मिलता है और वे साझा हितों को जान सकते हैं। वर्ष के अंत मेंऐतिहासिक महत्व के स्थलों को देखने तथा प्रत्यक्ष रूप से दूसरी संस्कृति का अनुभव लेने के लिए भागीदार स्कूलों के बीच एक दौरा आयोजित किया जाता है। 
•    ये बच्चे इस विश्वास के अनुभव से सशक्त किए गए हैं कि वे खुद सभ्य बने हैं और एक-दूसरे में सभ्यता का संचार करते हैं। 
•    यूएनएओसी तथा बीएमडब्ल्यू ग्रुप की भागीदारी से शुरू इंटरकल्चरल इनोवेशन अवार्ड जमीनी स्तर पर चलाई गई मुहिम का समर्थन करता है जो अंतर-सांस्कृतिक चर्चा तथा समझ को बढ़ावा देती हैं और इस प्रकार शांति, सांस्कृतिक विविधता तथा अधिक समावेशी समाज बनाने में योगदान करती हैं। 
•    इसके लिए 120 से अधिक देशों से तकरीबन 1000 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से दस पुरस्कार विजेताओं का चयन पांच महाद्वीपों से किया गया। 
•    यह अंतर-सांस्कृतिक विविधता और समझ को वैश्विक प्रोत्साहन के लिए इस पुरस्कार के महत्व और प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।