प्रख्यात डोगरी कवयित्री और लेखिका पद्मा सचदेव को 6 मार्च 2016 को वर्ष 2015 के लिए कृतित्व समग्र सम्मान से सम्मानित किया गया ।

•    पुरस्कार डोगरी भाषा में साहित्य के महान सेवा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया . 
•    ये पुरस्कार कोलकाता में भारतीय भाषा परिषद के द्वारा दिया गया ।
•    ये पुरस्कार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
•    पुरस्कार में एक लाख रुपए, एक शॉल और प्रशस्ति पत्र की राशि दी जाती है।
•    वह अपने क्रेडिट करने के लिए डोगरी कविता के छह संग्रह, दो उपन्यास सहित हिन्दी गद्य की आठ पुस्तकों की है।
•    वो अखबारों और पत्रिकाओं के लिए भी हिंदी में एक सामयिक लेख लिखते हैं।
•    उन्होंने डोगरी कविता मेरे गीत शीर्षक के अपने पहले संग्रह के लिए तीस वर्ष की कम उम्र में साहित्य अकादमी पुरस्कार जीता.
•    उन्हें  सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार, हिन्दी अकादमी पुरस्कार, हिंदी अकादमी पुरस्कार राजा राम मोहन राय पुरस्कार, आदि से सम्मानित किया जा चुका है .
•    वो निम्नलिखित डोगरी कविता के लेखक है
•    मेरी कविता, मेरे गीत (1969)
•    तवी ते चन्हान (1976)
•    नेहरियाँ गलियां (1982)
•    पोटा पोटा निम्बल (1987)