मलयालम थियेटर के दिग्गज कलाकार कवलम नारायण पाणिकर का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। 
•    उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण रविवार रात को उनका निधन हो गया था। वह 88 वर्ष के थे।
•    उनका अंतिम संस्कार अलप्पुझा जिले में उनके गृह नगर कवलम में मंगलवार को किया जाएगा। राज्य सरकार उन्हें राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रही है। विभिन्न हस्तियों ने कवलम के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
•    मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रंगकर्मी को ऐसे कलाकार के रूप में वर्णित किया है, जो हमेशा इस क्षेत्र में प्रयोग करने के लिए तैयार रहे। विजयन ने कहा, ‘उनके निधन से इस क्षेत्र में बड़ा शून्य पैदा हो गया है, जिसमें उन्होंने महारत हासिल की। यह केरल के लिए एक अपूरणीय क्षति है।’
•    कवलम हालांकि पेशे से वकील थे, लेकिन उन्हें अपने पसंदीदा क्षेत्र रंगमंच में काफी योगदान दिया। 1961 में केरल संगीत नाटक अकादमी के सचिव नामांकित किए जाने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह नाटककार, थियेटर निर्देशक, कवि और संगीतकार थे।
•    अपने लंबे करियर में उन्होंने संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप हासिल की थी और उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने मलयालम भाषा में 26 से भी ज्यादा नाटक लिखे। वह थियेटर समूह ‘सोपानम’ और यहां स्थित ‘सेंटर फॉर परफॉर्मिग आर्ट्स’ के संस्थापक निर्देशक भी थे।