अपर महा सालिसिटर एवं चंडीगढ़ के पूर्व सांसद सत्य पाल जैन को भारत के 21 वें विधि आयोग का अंशकालिक (पार्ट-टाईम) सदस्य नियुक्त किया गया है।
•    देश के राष्ट्रपति ने गत वर्ष 14 सितम्बर, 2015 को इस आयोग का गठन किया था। 
•    सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. बीएस चौहान इसके अध्यक्ष हैं।
•    इसके अन्य मनोनीत सदस्यों में गुजरात उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि आर त्रिपाठी, जीएनएलयू के निर्देशक डॉ. बिमल पटेल व सत्य पाल जैन शामिल है।
•    भारत सरकार के कानून एवं न्याय मंत्रालय के सचिव, विधि कार्य विभाग एवं सचिव, विधायी विभाग इस आयोग के पदेन सदस्य के रूप में काम करते हैं।
•    जैन ने कल दिल्ली में लॉ कमीशन के कार्यालय में जाकर अपना पद ग्रहण किया और उसके बाद आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डॉ. बीएस चौहान से भेंट करके लगभग एक घंटा आयोग के समक्ष लंबित मुद्दों पर चर्चा की।
•    इस आयोग का गठन केन्द्र सरकार ने देश भर में न्यायिक सुधारों के संबंध में तथा अर्थहीन हो चुके कानूनों को निरस्त करने संबंधी विषयों पर अध्ययन करके भारत सरकार को अपने विस्तृत सुझाव देने के लिए किया है।
•    जैन एक जाने-माने संविधान विशेषज्ञ हैं। वे लम्बे अरसे से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं।
•    वह लगभग 40 वर्षों से पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट के सदस्य है तथा लॉ फैकल्टी के कई वर्षों तक डीन भी रह चुके है।
•    जैन देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों में, जैसे विधान आयोग, लिब्रहान आयोग, राष्ट्रपति चुनाव याचिका, अरुणाचल में राष्ट्रपति शासन तथा देश के कई जाने माने नेताओं की विभिन्न केसों में पैरवी कर चुके हैं।