विशिष्ट वैज्ञानिक जी कल्याण कृष्णन ने परमाणु ईंधन परिसर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया.
•    जी कल्याण कृष्णन ने एन साईबाबा का स्थान ग्रहण किया. एन साईबाबा अपनी दो वर्ष की विस्तारित अवधि की समाप्ति पर सेवानिवृत्त हुए.
•    जी कल्याण कृष्णन एनएफसी बोर्ड के अध्यक्ष भी होंगें.
•    एनएफसी के मुख्य कार्यकारी के रूप में नियुक्त किये जाने से पूर्व जी कल्याण कृष्णन एनएफसी के उप मुख्य कार्यकारी के रूप में सेवा रत थे.
•    उनके पास भारी जल संयंत्रों के निर्माण और कमीशन में आपरेशन का व्यापक अनुभव है.
•    रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज वारंगल से 1980 में उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी.
•    वे 1980-1981 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के ट्रेनिंग स्कूल (बीएआरसी),मुंबई के 24 वें बैच में शामिल हुए थे.
•    परमाणु ईंधन परिसर की स्थापना 1971 में की गयी थी.
•    इसकी स्थापना परमाणु ईंधन बंडलों और रिएक्टर कोर घटकों की आपूर्ति के लिए भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग के एक प्रमुख औद्योगिक इकाई के रूप में की गयी थी.
•    यह एक अनोखी सुविधा है जहां प्राकृतिक और संवर्धित यूरेनियम ईंधन, जिर्कोनियम तथा मिश्र धातु आवरण (रिएक्टर मुख्य घटक) एक ही छत के अंतर्गत निर्मित किया जाता है.
•    एनएफसी यूरेनियम ऑक्साइड ईंधन और जिर्कोनियम मिश्र धातु संरचनात्मक घटकों की आपूर्ति भारत के 14 परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों को करता है
•    हैदराबाद संयंत्र की क्षमता प्रति वर्ष 250 टन UO2 उत्पादन करने की है और प्रति वर्ष इसे बढ़ाकर 600 टन करने की उम्मीद है.
एनएफसी के उत्पादों की आपूर्ति परमाणु ऊर्जा, भारतीय नौसेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और अन्य रक्षा संगठनों को की जाती है.