एडमिरल सुनील लांबा ने नए नौसेना प्रमुख के रूप में 31 मई 2016 को कमान संभाली और देश के समुद्री सीमा क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया. 

•    नेविगेशन एवं डायरेक्शन के विशेषज्ञ 58 वर्षीय लांबा के पास नौसेना प्रमुख के रूप में तीन वर्ष का कार्यकाल होगा.उन्होंने एडमिरल आरके धवन के बाद नौसेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली है. 
•    धवन सेवानिवृत्त हो गए हैं. 
•    नौसेना में सेवाएं देने वाले पुरुष एवं महिलाएं पेशेवर रूप से प्रशिक्षित, प्रतिबद्ध एवं देशभक्त हैं और वे यह सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं कि राष्ट्रीय हितों की कसिी भी जगह, कसिी भी समय और हर जगह रक्षा की जाए.
•    डिफेंस सर्वसिेज स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र लांबा नौसेना प्रमुख बनने वाले 21वें भारतीय हैं. पहले दो नौसेना प्रमुख ब्रितानी थे.
•    इससे पहले इसी साल फरवरी में उन्होंने पश्चिम कमान के प्रमुख का पद संभाला था. 
•    पूर्व में वे कोच्चि स्थित दक्षिणी कमान के फ्लैग ऑफसिर कमांडिंग इन चीफ के पद पर काम कर चुके हैं. 
•    उन्होंने नौसेना प्रमुख से सेवानिवृत्त हुए एडमिरल आरके धवन की जगह ली है.
•    इससे पहले सोमवार को पश्चिमी नौसेना कमान के अधिकारियों ने लांबा को पारंपरिक पुलिंग आउट समारोह के साथ विदा किया था. 
•    उन्होंने कहा है कि भारतीय नौसेना के साथ सहयोग करने की कई देशों ने इच्छा जतायी है. भारतीय नौसना के कार्यप्रदर्शन की भी उन्होंने सराहना की है.