भारतीय जैव प्रौद्योगिकी उद्योग के सामरिक अनुसंधान और नवाचार क्षमताओं को बढ़ाने के लिए बिराक जो की विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक पीएसयू संस्थान है, ने बागवानी अभिनव ऑस्ट्रेलिया के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
• इसके तहत सारा ध्यान फसल उत्पादकता में सुधार लाने के लिए संयंत्र जैव प्रौद्योगिकी के आधुनिक उपकरणों को विकसित करने और तैनात करने में केंद्रित किया जाएगा ।
• बागवानी अभिनव ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलियाई सरकार और देश की अग्रणी अनुसंधान संस्थानों के सहयोग से काम करता है,
• भारत में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन जैव-प्रौद्योगिकी क्षेत्रक के विकास के लिए शीर्ष प्राधिकरण है।
• इसकी स्थापना देश में विभिन्न जैव प्रौद्योगिकीय कार्यक्रमों और क्रियाकलापों की योजना बनाने संवर्धन करने और समन्वयन करने के लिए की गई है।
• यह राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाओं, विश्वविद्यालयों और विभिन्न क्षेत्रकों में अनुसंधान बुनियादों, जो जैव प्रौद्योगिकी से संबंधित है, के लिए सहायता अनुदान की सहायता प्रदान करने के लिए नोडल एजेंसी है।