एशियाई खेलों की स्वर्ण पदकधारी चक्का फेंक ऐथलीट सीमा पूनिया ने आज अमेरिका के सालिनास में पैट यंग्स थ्रोअर्स क्लासिक 2016 प्रतियोगिता में 62.62 मीटर के प्रयास से सोने का तमगा जीतते हुए रियो ओलिंपिक के लिये क्वॉलिफाइ किया। 
•    32 वर्षीय सीमा ने हार्टनेल कॉलेज थ्रोअर्स परिसर में सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास 62.62 मीटर से रियो खेलों के क्वॉलिफिकेशन मार्क 61.00 से बेहतर प्रदर्शन किया।
•    सीमा ने प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और इस प्रक्रिया में उन्होंने अमेरिका की 2008 ओलिंपिक चक्का फेंक चैम्पियन स्टेफनी ब्राउन-ट्रैफटन को पहले स्थान में पीछे छोड दिया। 
•    उन्होंने इससे पहले 2004 और 2012 ओलिंपिक के लिये क्वालिफाइ किया था लेकिन दोनों ही मौकों पर वह क्वालिफिकेशन राउंड से आगे बढ़ने में असफल रही थीं।
•    सीमा 'टारगेट ओलिंपिक पोडियम' योजना के अंतर्गत खेल मंत्रालय द्वारा मुहैया कराये जा रहे कोष से अमेरिका में ट्रेनिंग कर रही हैं। 
•    इस ऐथलीट ने 61.03 मीटर के थ्रो से चीन के ग्वांग्झू में 2014 एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता था। 
•    उन्होंने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में 61.61 मीटर के प्रयास से रजत पदक हासिल किया था। 
•    हरियाणा की इस ऐथलीट का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 64.84 मीटर है जो उन्होंने 2004 में किया था। 
•    उन्होंने 2006 मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में रजत के अलावा 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य अपने नाम किया था। 
•    वह करियर में 10 बार 61.00 मी से उपर का प्रयास कर चुकी हैं