भारत और ओमान ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया है और दोनों देशों ने सैन्य सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए चार प्रमुख समझौते किए। 
•    रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की ओमान की प्रथम यात्रा के बाद रक्षा सहयोग, समुद्री अपराध रोकथाम, समुद्री मुद्दे और उड़ान सुरक्षा सूचना आदान प्रदान पर समझौते किए गए।
•    ओमान को पश्चिम एशिया में सबसे करीबी देशों में से एक माना जाता है। 
•    ओमान के रक्षा मामलों के मंत्री बदेर बिन सौद बिन हरीब अल बुसैदी के न्योते पर एक आधिकारिक यात्रा पर गए पर्रिकर ने रविवार को अपनी यात्रा संपन्न की और संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हो गए।
•    वार्ताओं के दौरान सेना से सेना के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई। 
•    दोनों पक्ष द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और विस्तारित और मजबूत करेंगे । पर्रिकर ने दोहराया कि ओमान के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को भारत काफी महत्व देता है।
•    उन्होंने भारतीय नौसेना जहाजों के समुद्री डकैती विरोधी गश्त को ओमान द्वारा मिल रहे सहयोग और वायुसेना के विमानों को उतरने और उड़ान भरने के लिए मिलने वाले तकनीकी सहयोग की सराहना की।