भारत एवं पापुआ न्यू गिनी ने 29 अप्रैल 2016 को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने हेतु चार समझौते किये.
यह समझौते राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पापुआ न्यू गिनी में दो दिवसीय (28 एवं 29 अप्रैल 2016) यात्रा के दौरान किये गये. मुखर्जी इस देश की अधिकारिक यात्रा पर जाने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति हैं.
•    स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में समझौता ज्ञापन: यह समझौता भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और पापुआ न्यू गिनी के स्वास्थ्य मंत्रालय और एचआईवी / एड्स मंत्रालय के बीच किया गया.
•    100 मिलियन अमेरिकी डॉलर क्रेडिट लाइन हेतु समझौता ज्ञापन: इस समझौते पर पापुआ न्यू गिनी में बुनियादी ढांचे के विकास हेतु भारतीय आयात-निर्यात बैंक एवं पापुआ न्यू गिनी सरकार द्वारा हस्ताक्षर किए गये.
•    कृषि अनुसंधान पर समझौता ज्ञापन: इस पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं पीएनजी यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पापुआ न्यू गिनी के मध्य हस्ताक्षर किये गये.
•    भारत-पापुआ न्यू गिनी आईटी सेंटर स्थापना हेतु समझौता.

पापुआ न्यू गिनी पसिफ़िक क्षेत्र का सबसे बड़ा प्रायद्वीप देश है. यह न्यू गिनी द्वीप के आधे पूर्वी क्षेत्र में स्थित है एवं मेलानेशिया इसका अपतटीय द्वीप है.
•    यह विश्व के सबसे विविध सांस्कृतिक देशों में से एक है.
•    यहाँ 852 भाषाएँ बोली जाती हैं जिसमें 12 लुप्तप्राय हैं.
•    यहां रहने वाले 7 मिलियन लोग विभिन्न समुदायों में रहते हैं तथा उनके अपने रीति रिवाज़ तथा भाषाएँ हैं.
•    यहां की अधिकतर आबादी गांवों में रहती है जबकि केवल 18 प्रतिशत लोग शहरों में रहते हैं.
•    यहां के दूर-दराज के क्षेत्रों में बहुत सी अनदेखी पौधों और जानवरों की प्रजातियां भी पायी जाती हैं.