वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने 15 अप्रैल 2016 को घोषणा की कि पश्चिम बंगाल के पानागढ़ एयरबेस को अर्जन सिंह एयरबेस नाम से जाना जायेगा. 
वायु सेना प्रमुख ने मार्शल अर्जन सिंह के सम्मान में पानागढ़ एयरबेस में आयोजित समारोह में यह घोषणा की. पाकिस्तान के साथ 1965 की लड़ाई में वायु सेना का मोर्चा संभालने वाले भारतीय वायु सेना के इकलौते मार्शल अर्जन सिंह 15 अप्रैल को 97 वर्ष के हुए.
•    यह एयरबेस द्वितीय विश्र्व युद्ध के समय का है. 
•    इसकी स्थापना वर्ष 1944 में हुई थी. 
•    पाकिस्तान के साथ 1965 व 1971 के युद्ध में इस एयरबेस ने अहम भूमिका निभाई.
•    उल्लेखनीय है कि अर्जन सिंह 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वायुसेना प्रमुख थे एवं पानागढ़ से उनका विशेष लगाव रहा है.
•    उन्होंने टाइगर स्क्वाड्रन लीडर की भूमिका निभाते हुए इम्फाल घाटी की जापानी सेना से रक्षा की.
•    उन्हें लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा डीएफसी पदवी से सम्मानित किया गया.
•    वे वर्ष 1964-69 तक भारतीय वायु सेना प्रमुख रहे.
•    वे भारतीय वायु सेना के पहले अधिकारी हैं जिन्हें 16 जनवरी 1966 को एयर चीफ मार्शल रैंक प्रदान किया गया.   
•    28 जनवरी 2002 को वे देश के पांच स्टार वाले एकमात्र जीवित वायु सेना अधिकारी बने.