स्पेसएक्स ने नासा के साथ मिलकर पहली बार अपने बूस्टर रॉकेट को समुद्र में तैर रहे एक ड्रोन पर उतारने में कामयाबी हासिल कर ली है। 
•    इस मानवरहित फाल्कन रॉकेट ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रसद और भविष्य के लिए एक पॉप-अप रूम लेकर उड़ान भरी।
•    अमेरिका की प्राइवेट एयरोस्पेस कंपनी 'स्पेस X' ने शुक्रवार को 'फाल्कन 9' रॉकेट को सीधा समुद्र में लैंड करवाया। 
•    अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए यह ऐतिहासिक पल है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्पेस-एक्स की टीम को बधाई दी है। इस अभियान से जुड़े अरबपति व्यवसायी और स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज के मालिक एलन मस्क के लिए यह बड़ी सफलता है। 
•    वह लंबे समय से सस्ता और फिर से इस्तेमाल हो सकने वाला रॉकेट बनाने में जुटे थे। फाल्कन-9 को शुक्रवार को फ्लोरिडा के केप केनवरेल एयर स्टेशन से स्थानीय समय के अनुसार शाम को 4.43 मिनट पर नासा के कार्गो मिशन के साथ प्रक्षेपित किया गया था। 
•    धरती पर वापस आने से पहले इस रॉकेट द्वारा ले जाए गए 3000 किलोग्राम वजनी कार्गो और 'स्पेस हाऊस' को अंतरिक्ष में छोड़ा गया।
•    नासा के मुताबिक, ये सामान 10 अप्रैल 2016  तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंच जाएगा। 
•    फ्लोरिडा के एयरफोर्स स्टेशन से भारतीय समयानुसार 8 अप्रैल 2016 को रात 2 बजकर 13 मिनट पर रॉकेट ने टेकऑफ किया। 
इसके बाद रॉकेट अटलांटिक महासागर में तैरते हुए एक ड्रोन पर सीधा लैंड हुआ।