हरियाणा मई 2016 तक अपनी भूजल संसाधनों के लिए जलभृत मानचित्रण बनाने वाला करने के लिए देश का पहला राज्य बनने जा रहा है ।
• एक्विफायरदरअसल चट्टान के निचे एक भूमिगत परत है जहाँ भूजल होता है. 
• वैज्ञानिक मानचित्रणभूजल की स्थिति का आकलन करने के लिए है ।
• यह जलभृतमानचित्रण केन्द्रीय भूजल बोर्ड ( सीजीडब्ल्यूबी ) द्वारा 3 डी में किया जा रहा है ।
• सीजीडब्ल्यूबी भू भौतिकीय सर्वेक्षण और परिष्कृत सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहा है
• सीजीडब्ल्यूबी 2022 तक पूरे देश का जलभृतमानचित्रण पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है .
• 8 राज्यों हरियाणा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान , तमिलनाडु और तेलंगाना को इस वैज्ञानिक मानचित्रण के लिए चयनित किया गया है ।
इसमानचित्रण से न सिर्फ जल सरंक्षण में मदद मिलेगी बल्कि सरकार भी पानी के उपयोक्तश्रोतों का पता लगाकर उसका सही इस्तेमाल कर पाएगी .