12 मार्च 2016 को इंडिया इंक विश्व में औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को अपनाने वाली पहली संस्था बनी. सतत विकास लक्ष्यों के तहत 17 लक्ष्यों की पहचान कर उनके क्रियान्वन की बात कही गयी है.
•    इन लक्ष्यों को औपचारिक रूप से 11वें सतत विकास लक्ष्यों के राष्ट्रीय सम्मेलन, मुंबई में अपनाया गया. इस सम्मलेन का शुभारम्भ केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया.
•    इस सम्मलेन में पहली बार संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कॉरपोरेट्स को शामिल किया गया.
•    टाटा समूह, आदित्य बिड़ला ग्रुप, रिलायंस, वेदांता, अदानी समूह और सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) सहित कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सीइओ ने आधिकारिक तौर पर सतत विकास लक्ष्यों 2030  (एसडीजीएस) को अपनाया.
•    17 सतत विकास लक्ष्य:
•    गरीबी समाप्ति
•    भुखमरी खत्म करना
•    अच्छा स्वास्थ्य और भलाई
•    शिक्षा में गुणवत्ता
•    लैंगिक समानता
•    स्वच्छ जल और स्वच्छता
•    सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा
•    सभ्य काम और आर्थिक विकास
•    उद्योग, अभिनव और इन्फ्रास्ट्रक्चर
•    आवश्यक असमानता
•    सतत शहर और समुदाय
•    सही खपत और उत्पादन
•    जलवायु परिवर्तन
•    जल के नीचे जीवन
•    भूमि पर जीवन
•    शांति न्याय और मजबूत संस्था
•    लक्ष्यों के लिए भागीदारी
•    संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल काम्पेक्ट, संयुक्त राष्ट्र की पहल है जिसका उद्देश्य स्थायी और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नीतियों को अपनाने के लिए वैश्विक स्तर पर व्यापार को प्रोत्साहन देना तथा उनके कार्यान्वयन पर रिपोर्ट तैयार करना है.
•    ग्लोबल कॉम्पैक्ट के तहत कंपनियों को यूएन एजेंसियों, लेबर ग्रुप एवं सिविल सोसाइटी को एक स्थान पर लाया जायेगा.
•    यह लगभग  170 से अधिक देशों में तथा 13000 कॉर्पोरेट प्रतिभगियो के भलाई के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट पहल है.
•    ग्लोबल काम्पेक्ट नेटवर्क इंडिया, जो 300 से अधिक कंपनियों का एक संघ है, संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल काम्पेक्ट की भारतीय स्थानीय नेटवर्क शाखा के रूप में कार्य करता है.