Updated On : April 3, 2023
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ई-पास जारी करने के लिए मोबाइल ऐप PRAGYAAM लॉन्च की है। इस एप्लिकेशन का उद्देश्य को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी के दौरान आवश्यक सेवाओं के वितरण से जुड़े सभी लोगों को ई-पास जारी करना है।
झारखंड जिला परिवहन अधिकारियों को ऑनलाइन मोड के जरिए अपलोड किए गए दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद वाहनों को ई-पास जारी करने का अधिकार दिया गया है। ये पास नियमित आपूर्ति सेवाओं, चिकित्सा, बैंकिंग और अन्य जरुरी सेवाओं से जुड़े लोगों को जारी किए जाएंगे। अधिकारी इस ऐप पर जारी किए गए ई-पास के बारे में जरुरी कार्यों में लगे व्यक्ति का मोबाइल नंबर और पहचान पत्र सहित अन्य विवरण देख सकते है, जिससे फर्जी ई-पास का भी पता लगाया जा सकता है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने से संक्रमित व्यक्तियों को आपदा की स्थति में ले जाने या आईसोलेट करने के लिए आपातकालीन निकासी बैग डिजाइन किए है। ये बैग वाटर और एयर-प्रूफ है और जिसका इस्तेमाल जैविक एजेंटों का इलाज करने के लिए किया जाता है। डीआरडीओ शुरुआत में इस तरह के कुल 500 बैग का निर्माण करेगा। ये बैग डीआरडीओ की डिफेंस बायोइंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रोमेडिकल लेबोरेटरी (डीईबीईएल), जो एयरो-मेडिकल इंजीनियरिंग और लाइफ सपोर्ट इक्विपमेंट और न्यूक्लियर केमिकल एंड बायोलॉजिकल (एनबीसी) प्रोटेक्शन सिस्टम पर शोध करने वाली इकाई द्वारा विकसित किए गए है।
ये बैग सिलेंडर के आकार में होंगे, जो गैर-बुने हुए, पानी-रिपेलेंट कपड़े से बना है जिसमें हवा और जलरोधी ज़िप के साथ-साथ एक वेंटिलेटर भी है। इस पर रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (सीबीआरएन) वातावरण में सहने के लिए एक फिल्म की कोटिंग की गई है जिसमें रक्त और वायरल प्रवेश के खिलाफ आवश्यक सुरक्षा है। इन कैजुअल्टी निकासी बैग का आकार और डिज़ाइन 1999 के कारगिल संघर्ष के बाद DEBEL द्वारा विकसित फैब्रिक चैम्बर से मिलता-जुलता है जो हाई एल्टीट्यूड पल्मोनरी ओडेमा (HAPO) से प्रभावित रोगियों के प्रबंधन के लिए इस्तेमाल किए गए थे।
दुनिया पहुंची "मंदी" के दौर में: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि महामारी के चलते दुनिया स्पष्ट रूप से मंदी के दौर में पहुँच चुकी है। इससे IMF ने इस बात पर जोर दिया था कि यदि वर्तमान में मंदी आती है तो यह 2009 की तुलना में भी बहुत खराब होगी। विश्व अर्थव्यवस्था के बारे में यह बयान हाल में हुई आईएमएफ की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और वित्तीय समिति की बैठक के बाद दिया गया।
इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अगले वित्तीय वर्ष यानि 2021 में रिकवरी की भी संभावना जताई है। इस मंदी से उबरना तभी संभव हो पाएगा, जब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में हर जगह सफलतापूर्वक पर नियंत्रण कर लेगा और इस समस्याओं को हल करने में कामयाब हो जाएगा।
निजी क्षेत्र की टाटा पावर ने जॉर्जिया में अपने 178 मेगावाट के शुबाखेवी पनबिजली संयंत्र का वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया। कंपनी ने एक बयान में सोमवार को कहा कि टाटा पावर और नॉर्वे की क्लीन एनर्जी इंवेस्ट एवं इंटरनेशनल फाइनेंशियल कॉरपोरेशन ने संयुक्त उपक्रम एडजरिस्ट्सकली जॉर्जिया में 187 मेगावाट की पनबिजली परियोजना स्थापित की। इसमें से 178 मेगावाट क्षमता के संयंत्र ने काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने कहा कि बाकी बची नौ मेगावाट की क्षमता के संयंत्र को भी जल्द चालू कर लिया जाएगा। नौ मेगावाट की परियोजना का नाम स्खालटा पनबिजली परियोजना है जो पूरी शुआखेवी परियोजना का ही हिस्सा है। टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा कि यह परियोजना टाटा पावर और उसके सहयोगियों के लिए एक मील पत्थर है। यह पिछले 70 साल में लगायी गयी सबसे प्रभावशाली और अहम ऊर्जा परियोजनाओें में से एक है। यह जॉर्जिया की ऊर्जा सुरक्षा को पूरा करेगी। इस परियोजना पर करीब 50 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है।
IIT बॉम्बे की एक टीम ने एक मोबाइल ऐप विकसित की है। ऐप को अधिकारियों द्वारा संक्रमित लोगो पर नज़र रखने और महामारी को फैलने से रोकने के उद्देश्य से विकसित किया गया है।
मोबाइल ऐप को अधिकृत एजेंसी (AA) द्वारा एसिम्प्टोमेटिक कैरियर्स (AC) से मोबाइल पर इंस्टॉल किया जाएगा। ये एप्लिकेशन अधिकृत एजेंसी की देखरेख में एक सर्वर के जरिए नियमित अंतराल पर मोबाइलों के जीपीएस कोआर्डिनेटस साझा करेगा। ये ऐप किसी भी मोबाइल उपयोगकर्ता द्वारा चिह्नित किए गए क्वारंटाइन क्षेत्रो के पास से गुजरने पर प्राधिकृत अधिकारियों को इसके बारे एसएमएस या ईमेल के माध्यम से अलर्ट देगा जिसके बाद अधिकारी आवश्यक कदम उठा सकेंगे।
A team at IIT Bombay has developed a mobile app. The app aims to help the authorities in tracking the asymptomatic carriers and prevent the spread.
Frequently Asked Questions
How to make my general knowledge and current affairs stronger?
How to remember GK and current affairs for competitive exams?
Which is the best app for daily news?
Which is the best app for current affairs?
How to stay informed about current events?
Which is the best online current affairs site for competitive exams?
Which website is good for the latest current affairs?
April 3, 2023
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ई-पास जारी करने के लिए मोबाइल ऐप PRAGYAAM लॉन्च की है। इस एप्लिकेशन का उद्देश्य को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी के दौरान आवश्यक सेवाओं के वितरण से जुड़े सभी लोगों को ई-पास जारी करना है।
झारखंड जिला परिवहन अधिकारियों को ऑनलाइन मोड के जरिए अपलोड किए गए दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद वाहनों को ई-पास जारी करने का अधिकार दिया गया है। ये पास नियमित आपूर्ति सेवाओं, चिकित्सा, बैंकिंग और अन्य जरुरी सेवाओं से जुड़े लोगों को जारी किए जाएंगे। अधिकारी इस ऐप पर जारी किए गए ई-पास के बारे में जरुरी कार्यों में लगे व्यक्ति का मोबाइल नंबर और पहचान पत्र सहित अन्य विवरण देख सकते है, जिससे फर्जी ई-पास का भी पता लगाया जा सकता है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने से संक्रमित व्यक्तियों को आपदा की स्थति में ले जाने या आईसोलेट करने के लिए आपातकालीन निकासी बैग डिजाइन किए है। ये बैग वाटर और एयर-प्रूफ है और जिसका इस्तेमाल जैविक एजेंटों का इलाज करने के लिए किया जाता है। डीआरडीओ शुरुआत में इस तरह के कुल 500 बैग का निर्माण करेगा। ये बैग डीआरडीओ की डिफेंस बायोइंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रोमेडिकल लेबोरेटरी (डीईबीईएल), जो एयरो-मेडिकल इंजीनियरिंग और लाइफ सपोर्ट इक्विपमेंट और न्यूक्लियर केमिकल एंड बायोलॉजिकल (एनबीसी) प्रोटेक्शन सिस्टम पर शोध करने वाली इकाई द्वारा विकसित किए गए है।
ये बैग सिलेंडर के आकार में होंगे, जो गैर-बुने हुए, पानी-रिपेलेंट कपड़े से बना है जिसमें हवा और जलरोधी ज़िप के साथ-साथ एक वेंटिलेटर भी है। इस पर रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (सीबीआरएन) वातावरण में सहने के लिए एक फिल्म की कोटिंग की गई है जिसमें रक्त और वायरल प्रवेश के खिलाफ आवश्यक सुरक्षा है। इन कैजुअल्टी निकासी बैग का आकार और डिज़ाइन 1999 के कारगिल संघर्ष के बाद DEBEL द्वारा विकसित फैब्रिक चैम्बर से मिलता-जुलता है जो हाई एल्टीट्यूड पल्मोनरी ओडेमा (HAPO) से प्रभावित रोगियों के प्रबंधन के लिए इस्तेमाल किए गए थे।
दुनिया पहुंची "मंदी" के दौर में: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि महामारी के चलते दुनिया स्पष्ट रूप से मंदी के दौर में पहुँच चुकी है। इससे IMF ने इस बात पर जोर दिया था कि यदि वर्तमान में मंदी आती है तो यह 2009 की तुलना में भी बहुत खराब होगी। विश्व अर्थव्यवस्था के बारे में यह बयान हाल में हुई आईएमएफ की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और वित्तीय समिति की बैठक के बाद दिया गया।
इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अगले वित्तीय वर्ष यानि 2021 में रिकवरी की भी संभावना जताई है। इस मंदी से उबरना तभी संभव हो पाएगा, जब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में हर जगह सफलतापूर्वक पर नियंत्रण कर लेगा और इस समस्याओं को हल करने में कामयाब हो जाएगा।
निजी क्षेत्र की टाटा पावर ने जॉर्जिया में अपने 178 मेगावाट के शुबाखेवी पनबिजली संयंत्र का वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया। कंपनी ने एक बयान में सोमवार को कहा कि टाटा पावर और नॉर्वे की क्लीन एनर्जी इंवेस्ट एवं इंटरनेशनल फाइनेंशियल कॉरपोरेशन ने संयुक्त उपक्रम एडजरिस्ट्सकली जॉर्जिया में 187 मेगावाट की पनबिजली परियोजना स्थापित की। इसमें से 178 मेगावाट क्षमता के संयंत्र ने काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने कहा कि बाकी बची नौ मेगावाट की क्षमता के संयंत्र को भी जल्द चालू कर लिया जाएगा। नौ मेगावाट की परियोजना का नाम स्खालटा पनबिजली परियोजना है जो पूरी शुआखेवी परियोजना का ही हिस्सा है। टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा कि यह परियोजना टाटा पावर और उसके सहयोगियों के लिए एक मील पत्थर है। यह पिछले 70 साल में लगायी गयी सबसे प्रभावशाली और अहम ऊर्जा परियोजनाओें में से एक है। यह जॉर्जिया की ऊर्जा सुरक्षा को पूरा करेगी। इस परियोजना पर करीब 50 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है।
IIT बॉम्बे की एक टीम ने एक मोबाइल ऐप विकसित की है। ऐप को अधिकारियों द्वारा संक्रमित लोगो पर नज़र रखने और महामारी को फैलने से रोकने के उद्देश्य से विकसित किया गया है।
मोबाइल ऐप को अधिकृत एजेंसी (AA) द्वारा एसिम्प्टोमेटिक कैरियर्स (AC) से मोबाइल पर इंस्टॉल किया जाएगा। ये एप्लिकेशन अधिकृत एजेंसी की देखरेख में एक सर्वर के जरिए नियमित अंतराल पर मोबाइलों के जीपीएस कोआर्डिनेटस साझा करेगा। ये ऐप किसी भी मोबाइल उपयोगकर्ता द्वारा चिह्नित किए गए क्वारंटाइन क्षेत्रो के पास से गुजरने पर प्राधिकृत अधिकारियों को इसके बारे एसएमएस या ईमेल के माध्यम से अलर्ट देगा जिसके बाद अधिकारी आवश्यक कदम उठा सकेंगे।
A team at IIT Bombay has developed a mobile app. The app aims to help the authorities in tracking the asymptomatic carriers and prevent the spread.
Frequently Asked Questions
How to make my general knowledge and current affairs stronger?
How to remember GK and current affairs for competitive exams?
Which is the best app for daily news?
Which is the best app for current affairs?
How to stay informed about current events?
Which is the best online current affairs site for competitive exams?
Which website is good for the latest current affairs?